श्री शिव पार्वती पूजन की सरल विधि
देव मूर्ति के स्नान के लिए तांबे का पात्र, तांबे का लोटा, जल का कलश, दूध, देव मूर्ति को
अर्पित किए जाने वाले वस्त्र व आभूषण। चावल, अष्टगंध, दीपक, तेल, रुई, धूपबत्ती। चंदन, धतूरा, आक के फूल, बिल्वपत्र जनेऊ। प्रसाद के लिए फल, दूध, मिठाई, नारियल, पंचामृत, सूखे मेवे, शक्कर, पान, दक्षिणा में से
जो भी हो।
संकल्प :
किसी विशेष मनोकामना के पूरी होने की इच्छा से
किए जाने वाले पूजन में संकल्प की जरुरत होती है। निष्काम भक्ति बिना संकल्प के भी
की जा सकती है। पूजन शुरू करने से पहले सकंल्प लें। संकल्प करने से पहले हाथों में
जल, फूल व चावल लें। सकंल्प में जिस दिन
पूजन कर रहे हैं उस वर्ष, उस वार, तिथि उस जगह और अपने नाम को लेकर अपनी इच्छा बोलें। अब हाथों
में लिए गए जल को जमीन पर छोड़ दें।
पूजन की
सरल विधि :
सर्वप्रथम
गणेश पूजन करें। गणेश जी को स्नान कराएं। वस्त्र अर्पित करें। गंध, पुष्प, अक्षत
से पूजन करें। अब देव मूर्ति में शिव-पार्वती पूजन करें। शिव-पार्वती को स्नान
कराएं। पहले जल फिर पंचामृत और वापस जल से स्नान कराएं। शिव-पार्वती को वस्त्र
अर्पित करें। वस्त्रों के बाद फूलों के आभूषण पहनाएं। अब पुष्पमाला पहनाएं। अब
तिलक करें। ''ऊँ साम्ब शिवाय नमः'' कहते
हुए भगवान शिव को अष्टगंध का तिलक लगाएं।''ऊँ
गौर्ये नमः''
कहते हुए माता पार्वती को कुमकुम का तिलक लगाएं। अब धूप
व दीप अर्पित करें। फूल अर्पित करें। श्रद्धानुसार घी या तेल का दीपक लगाएं। आरती
करें। आरती के पश्चात् परिक्रमा करें। अब नेवैद्य अर्पित करें।
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